
खता भी नहीं यारो.भी क्या करते ? बहुत चाहने थे किस किस वफ़ा करते

कौन कहता है तेरी खूबसूरती में दम है, लोग तुझे इसलिए देखते है क्योंकि तेरे आशिक हम है !!

तुम्हे खों कर इतना तोह जान गया हूँ, तुम्हे पाने वाले सब पछताएंगे

जहाँ दिल भर जाते वहाँ बहाने मिल जाते

हमे सजने संवरने की ज़रूरत नहीं हैं, क्योंकि हम बिखरें हुए भी बडे लाज़वाब लगतें हैं

Jabardasti की नजदीकीयों से, सुकून की दूरी ही behatar होती है…..

हर कोई तुम्हे नही समझेगा, सच मानो यही जिंदगी है